सिद्ध प्रभु को नमन कर, अरिहंतो का ध्यान। आचारज उवझाय को, करता नित्य प्रणाम। शीतल प्रभु का नाम है, शीतलता को पाये। शीतल चालीसा पढ़े, शत शत शीश झुकाये। शीतल…
सतत पूज्यनीय भगवान, नमिनाथ जिन महिमावान । भक्त करें जो मन में ध्याय, पा जाते मुक्ति वरदान । जय श्री नमिनाथ जिन स्वामी, वसु गुण मण्डित प्रभु प्रणमामि ।मिथिला नगरी…
शीश नवा अरिहंत को, सिद्धन करुं प्रणाम | उपाध्याय आचार्य का ले सुखकारी नाम | सर्व साधु और सरस्वती, जिन मन्दिर सुखकार | अहिच्छत्र और पार्श्व को, मन मन्दिर में…
शीश नवा अरिहन्त को, सिद्धन करूँ प्रणाम। उपाध्याय आचार्य का, ले सुखकारी नाम। सर्व साधु और सरस्वती, जिन मन्दिर सुखकार। महावीर भगवान को, मन-मन्दिर में धार। जय महावीर दयालु स्वामी,…